The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
The Basic Principles Of shiv chalisa in hindi
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किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।
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वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं Shiv chaisa ।
नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी